चेहरे

 सड़क पर घूमते

अजनबी-से
कुछ उदास चेहरे
सिगरटों के धुएं में
ज़िन्दगी टटोलते हैं
खोखली दीवारों पर
रोज़ वो आते हैं
टिप्-टिप्
बारिश की बूंदों से
दो पल झांक कर
दूसरों की ज़िन्दगी में
पुनः लौट जाते हैं..!

मनोज शर्मा

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